अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन International Civil Aviation Organisation – ICAO
इस संगठन की स्थापना 7 दिसंबर, 1944 को शिकागो में हस्ताक्षरित एक संधि के माध्यम से हुई। यह संधि 4 अप्रैल, 1947 से लागू हुई तथा इसने अक्टूबर 1919 में संपन्न वायु यातायात विनियमन समझौते का स्थान ले लिया। आईसीएओ का उद्देश्य हवाई परिचालन एवं यातायात की तकनीकों तथा सिद्धांतों के विकास में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना है। इस संगठन की सदस्यता 185 है तथा इसका मुख्यालय मॉट्रियल (कनाडा) में है।
इस संगठन का कार्य प्रभावी एवं सुरक्षित वायु परिवहन हेतु तकनीकी मानकों की स्थापना द्वारा अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में सहायता प्रदान करना तथा हवाई सीमाओं पर सरल प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करना है। संगठन अंतर्राष्ट्रीय उड़ान हेतु आवश्यक जमीनी सेवाओं एवं सुविधाओं के लिए क्षेत्रीय योजनाएं विकसित करता है, वायु यातायात सांख्यिकी का वितरण करता है, उड्डयन के आर्थिक पक्षों पर अध्ययन तैयार करता है तथा वायु कानून समझौतों के विकास को बढ़ावा देता है। यह विकासशील क्षेत्रों के वायु उड्डयन कार्यक्रमों हेतु तकनीकी सहायता उपलब्ध कराता है।
आईसीएओ मौसम विज्ञान, वायु यातायात नियंत्रण, संचार एवं परिवहन सुविधाओं जैसे क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय कार्यवाही की पहल करने में मुख्य उपकरण की भूमिका निभाता है। वायुयानों का पट्टे या किराये पर लेन-देन, विमान अपहरण के खिलाफ कार्यवाही, वायु सीमा उल्लंघन तथा वायुयानों द्वारा पर्यावरण में पैदा किये जाने वाले शोरगुल का निम्नीकरण इत्यादि क्षेत्रों में आईसीएओ की भागीदारी को देखा जा सकता है। संगठन द्वारा अनेक सम्मेलन आयोजित किये जा चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय वायु यातायात संघ (आईएटीए), अंतरराष्ट्रीय वायुयान चालक परिसंघ आईसीएओ के कार्यों में भाग लेती हैं।
सभा एवं परिषद इस संगठन के प्रमुख अंग हैं। सभा में सभी सदस्यों का प्रतिनिधित्व होता है तथा इसकी बैठक तीन वर्षों में एक बार होती है। सभा की बैठक में सामान्य नीति का निर्धारण, परिषद के सदस्यों का चुनाव तथा बजट का अनुमोदन किया जाता है। परिषद में कुल 33 सदस्य होते हैं, जो सभा द्वारा त्रि-वर्षीय कार्यकाल हेतु चुने जाते हैं। परिषद के सदस्य देशों का चुनाव करते समय सभा द्वारा वायु यातायात में उनके महत्व, वायु परिवहन सुविधाओं में उनके योगदान तथा उनके भौगोलिक वितरण जैसे कारकों पर ध्यान किया जाता है। परिषद संगठन के कार्यों का अधीक्षण करती है, सभा के निर्णयों की क्रियान्वित करती है, महासचिव की नियुक्ति करती है, संगठन के वित्त का प्रशासन करती है, अंतरराष्ट्रीय उड्डयन मानकों को अंगीकृत करती है तथा वायु परिवहन से जुड़ी सूचनाओं का संग्रहण, विश्लेषण एवं वितरण करती है। परिषद की सहायता के लिए वायु परिवहन आयोग (15 सदस्यीय), वायु यातायात समिति (30 सदस्यीय), वैधानिक समिति (सभी सदस्य शामिल) तथा विभिन्न स्थायी समितियों जैसे अनेक सहायक अंग भी विद्यमान हैं।