मध्य यूरोपीय मुक्त व्यापार समझौता Central European Free Trade Agreement – CEFTA
मध्य यूरोपीय मुक्त व्यापार समझौता (सीईएफटीए) मध्य एवं दक्षिण-पूर्वी यूरोप में गैर-यूरोपीय संघ (ईयू) देशों के बीच एक व्यापार समझौता है।
सदस्यता: मौलिक रूप से, चेक गणराज्य, हंगरी, पोलैण्ड, स्लोवाकिया और स्लोवेनिया।
उद्भव एवं विकास
1991 में हंगरी के शहर विसग्रेड (Visegred) में हंगरी, पोलैण्ड और तत्कालीन चेकोस्लोवाकिया की बैठक (Central European Free Trade Agreement-CEFTA) के गठन से संबंधित एक घोषणा-पत्र अपनाया गया। इस घोषणा के अंतर्गत इन तीन देशों ने व्यापार उदारीकरण एवं यूरोपीय संघ में अपने प्रवेश में आपसी सहयोग बढ़ाने तथा मध्य एवं पूर्वी यूरोप में एक नई प्रजातांत्रिक व्यवस्था की स्थापना में सहायता देने पर सहमति व्यक्त की। सेफ्टा के गठन के लिये वास्तविक संधि पर दिसम्बर 1992 में हस्ताक्षर हुए तथा 1993 में यह संगठन प्रभाव में आया। 1993 में चेकोस्लोवाकिया के विभाजन के बाद इसके दो घटक-चेक गणराज्य और स्लोवाकिया, सेफ्टा के दो स्वतंत्र सदस्य बन गये। स्लोवेनिया दिसम्बर 1995 में इसका पांचवां सदस्य बना।
1 मई, 2007 के अनुसारं, सीईएफटीए समझौते के भागीदार देश थे-अल्बानिया, बोस्निया-हर्जेगोविना, क्रोशिया, मेसिडोनिया, मोल्दोवा, मोंटेनेग्रो, सर्बिया और यूएनएमआईके-कोसोवो। क्रोएशिया ने वर्ष 2013 में सीईएफटीए को छोड़ दिया। बुल्गारिया, चेक गणराज्य, हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया और स्लोवेनिया की सदस्यता उस समय समाप्त हो गई जब वे यूरोपीय संघ में शामिल हो गए।
रोमानिया, बुल्गारिया और भूतपूर्व गणराज्य यूगोस्लाविया भी बाद में इसमें शामिल हुए, लेकिन अधिकतर इसे छोड़कर यूरोपीय संघ में शामिल हो गए।
वर्ष 2006 तक, समझौते के सभी मूल भागियों ने ईयू में शामिल होना पसंद किया और इस प्रकार सेफ्टा को छोड़ दिया। इसलिए बाकी बाल्कन राज्यों को इसमें शामिल करके सेफ्टा का विस्तार करने का निर्णय लिया गया। 6 अप्रैल, 2006 को, बुखारेस्ट में दक्षिण-पूर्व यूरोप प्रधानमंत्री शिखर सम्मेलन में अल्बानिया, बोस्निया-हर्जेगोविना तक सेफ्टा के विस्तार पर संयुक्त उद्घोषणा, तथा कोसोवो, मॉल्दोवा, सर्बिया एवं मोंटेनेगरो की तरफ से संयुक्त राष्ट्र अंतरिम प्रशासन मिशन अपनाया गया। नवीन व्यापक समझौता नवम्बर 2006 में ब्रूशेल्स में प्रारंभ किया गया और दिसंबर 2006 में दक्षिण-पूर्व यूरोपीय प्रधानमंत्री शिखर बैठक (बुखापेस्ट) में हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता अल्बानिया, कोसोवो, मेसीडोनिया, मॉल्दोवा और मोंटेनगरो के लिए जुलाई 2007 में और क्रोशिया के लिए अगस्त 2007 से प्रभावी हुआ। बोस्निया-हर्जेगोविना ने इसकी पुष्टि सितंबर में की, जबकि सर्बिया ने सितंबर 2007 में इसकी अंतिम कानूनी प्रक्रिया पूरी की। समझौते का उद्देश्य क्षेत्र में 31 दिसंबर, 2010 तक मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना करना है।
उद्देश्य
सेफ्टा के मुख्य उद्देश्य हैं- यूरोपीय राजनीतिक, आर्थिक, सुरक्षा और विधायी व्यवस्था में पूर्ण विलय; अन्य यूरोपीय समुदायों के साथ सहयोग, और; सदस्यों के मध्य मुक्त व्यापार क्षेत्र का विकास।
गतिविधियां
वर्ष 2000 (पोलैण्ड के संबंध में 2002) तक मुक्त व्यापार क्षेत्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया। अन्य कई क्षेत्रों में भी सहयोग स्थापित करने पर विचार किया गया।
सेफ्टा विदेशी निवेश के लिए समेकित बाजार के तौर पर इस क्षेत्र को बेहद आकर्षक बनाने का प्रयास करता है। समग्र रूप में, इस क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश का प्रवाह कम रहा है। सेफ्टा उन देशों की भी मदद करता है जो डब्ल्यूटीओ के सदस्य नहीं हैं। 1 जुलाई, 2013 के अनुसार, सेफ्टा समझौते के भागी हैं-अल्बानिया, बोस्निया-हर्जेगोविना, मेसिडोनिया, माल्डोवा, मोंटेनीग्रो, सर्बिया और कोसोवो की तरफ से यूनाइटेड नेशंस अंतरिम एडमिनिस्ट्रेशन मिशन इन कोसोवो (यूएनएमआई के)। पोलैंड, चेक गणराज्य, हंगरी, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया 1 मई, 2004 को यूरोपीय संघ में शामिल हुए तथा बुल्गारिया एवं रोमानिया 1 जनवरी, 2007 को इसमें शामिल हुए। क्रोएशिया 1 जुलाई 2018 को यूरोपीय संघ को स्वीकार किया। मेसेडोनिया, मोंटेनेगरो एवं सर्बिया यूरोपीय संघ के आधिकारिक सदस्य देश हैं। यूरोपीय संघ की अनुशंसा पर, भविष्य के सदस्य मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना के माध्यम से सदस्यता के लिए तैयार हो रहे हैं। सेफ्टा का विदेश व्यापार बड़ी मात्रा में यूरोपीय संघ के देशों के साथ है।