लैटिन अमेरिकी आर्थिक व्यवस्था Latin American and Caribbean Economic System – SELA
यह व्यवस्था आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में परामर्श, समन्वय तथा सहयोग के लिये एक मंच प्रदान करती है।
औपचारिक नाम: सिस्टेमा इनकोनोमिको लैटिनो अमेरिकनो (एसईएलए) (Sistema Economico Latino americano-SELA)।
मुख्यालय: कराकत (वेनेजुएला)।
सदस्यता: अर्जेंटीना, बहामास, बारबाडोस, बेलीज, बोलीविया, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, कोस्टारिका, क्यूबा, डोमिनिकन गणराज्य, इक्वेडोर, अल साल्वाडोर, ग्रेनेडा, ग्वाटेमाला, गुयाना., हैती, होंडुरास, जमैका, मैक्सिको, निकारागुआ, पनामा, पैराग्वे, पेरू, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो, उरुग्वे तथा वेनेजुएला।
उद्भव एवं विकास
लैटिन अमेरिकी आर्थिक व्यवस्था (Latin American Economic System—SELA) का गठन 25 लैटिन अमेरिकी और कैरेबियन देशों के द्वारा पनामा में वर्ष 1975 में एक संधि पर हस्ताक्षर के साथ हुआ। सेला के गठन का प्रस्ताव मैक्सिको और वेनेजुएला ने रखा। इस संगठन ने लैटिन अमेरिकी आर्थिक समन्वय आयोग (सीईईसीएलए) का स्थान ले लिया, जिसका गठन 1960 के दशक में लैटिन अमेरिकी देशों तथा विकसित देशों की आर्थिक नीतियों में समन्वय स्थापित करने के लिये हुआ था। सूरीनाम और बेलिज ने क्रमशः 1979 और 1991 में सेला की सदस्यता ग्रहण की।
उद्देश्य
सेला के मुख्य उद्देश्य हैं-अपने सदस्यों के आर्थिक और सामाजिक विकास में तेजी लाने के लिये क्षेत्र के आतंरिक सहयोग को प्रोत्साहन देना, तथा: अंतर्राष्ट्रीय मंचों एवं अंगों, तृतीय विश्व के देशों और विभिन्न देशों के समूहों के साथ आर्थिक और सामाजिक विषयों पर स्थायी परामर्श और समन्वय की व्यवस्था करना।
संरचना
प्रत्येक सदस्य देश के मंत्रियों से बनी लैटिन अमेरिकी परिषद सेला का अधिशासी निकाय है। इसकी वर्ष में कम-से-कम एक बार बैठक होती है, जिसमें निम्नांकित कार्य होते हैं- सामान्य नीतियों का निर्धारण; सदस्य देशों से संबंध रखने वाले विषयों पर सामूहिक दृष्टिकोण का निर्धारण; बजट को स्वीकृति और स्थायी सचिव का चुनाव। परिषद परियोजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वन, सामूहिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए बातचीत, आदि जैसे कार्यों के लिए कार्य समितियों का मनोनयन कर सकती है। विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को प्रोत्साहित करने तथा विकास से जुड़ी तकनीकी सूचनाओं के प्रसार के लिये अनेक सहायक सेला संगठन गठित किये गये हैं। स्थायी सचिवालय, जो सेला के तकनीकी और प्रशासनिक कार्यों के लिये जिम्मेदार है, का मुख्य अधिकारी स्थायी सचिव होता है जिसकी नियुक्ति परिषद के द्वारा चार वर्षों के लिये होती है।
गतिविधियां
सेला ने ऊर्जा, पूंजीगत वस्तुओं, वित्त, तकनीकी सूचनाओं के आदान-प्रदान, आदि क्षेत्रों से जुड़ी परियोजनाओं के लिये यूएनआईडीओ, यूएनडीपी, ईसीएलएसी के साथ 1980 में अनेक सहकारी समझौते किए। 1982 में इकोवास और सेला आपसी व्यापार को विकसित करने के लिये सहमत हुये। सेला ने सामूहिक नीति के विकास और अनुरक्षण की दिशा में पहल की है तथा यह अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर लैटिन अमेरिकी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है।
1980 के दशक में कई लैटिन अमेरिकी देशों में उत्पन्न ऋण संकट सेला के साथ बातचीत में प्रमुख मुद्दा था। इस संकट से उबरने के लिये सेला ने ईसीएलएसी के सहयोग से व्यापक ऋण राहत उपाय करने का प्रस्ताव रखा, जिसका आरम्भ में सदस्य देशों ने विरोध किया, क्योंकि वे अपनी थोड़ी-सी आर्थिक स्वायत्तता का त्याग करने के इच्छुक नहीं थे।
सेला ने विशिष्ट क्षेत्रों में कार्य करने के लिये अनेक एजेंसियों का गठन किया है। ऐसी कुछ महत्वपूर्ण एजेसियां हैं- पनामा सिटी में स्थित मध्य अमेरिकी आर्थिक और सामाजिक विकास समर्थन कार्यसमिति (सीएडीईएससीए); मैक्सिको में अवस्थित लैटिन अमेरिकी पादप जनन-द्रव्य (germplasm) सहयोग एवं सामंजस्यता कार्य समिति (सीएआरएफआईटी); लैटिन अमेरिकी एवं कैरेबियन व्यापार सूचना और विदेश व्यापार सहायता कार्यक्रम (पीएलएसीआईईएक्स), लीमा; लैटिन अमेरिकी विशेष सूचना सेवा एजेंसी (एएलएएसईआई), मैक्सिको सिटी; लैटिन अमेरिकी मत्स्य विकास संगठन (ओएलडीईपीईएससीए), लीमा; लैटिन अमेरिकी समुद्री परिवहन आयोग (सीओएलटीआरएएम), कराकस; लैटिन अमेरिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आयोग, कराकस, और; लैटिन अमेरिकी तकनीकी सूचना नेटवर्क (आरआईटीएलए), ब्रेसिले।