भारत में फलों की खेती Fruits Farming in India
भारत में स्थलाकृतिक, जलवायविक तथा मृदा संबंधी विविधताएं हैं। अतः यहां विविध प्रकार के फल उत्पादित किए जाते हैं, जिनमें
Read moreभारत में स्थलाकृतिक, जलवायविक तथा मृदा संबंधी विविधताएं हैं। अतः यहां विविध प्रकार के फल उत्पादित किए जाते हैं, जिनमें
Read moreमसाले भारत मसालों और मसाला उत्पादों के मामले में दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है। देश में
Read moreरबड़ का उत्पादन भारत में सर्वप्रथम पेरियार तट पर उत्तरी त्रावणकोर (केरल) में हुआ। सर हेनरी विलियम द्वारा 1876 में
Read moreकहवा कहवा भारत की एक महत्वपूर्ण बगनी फसल है। इस फसल की उत्पत्ति अबीसीनिया में माना जाता है। भारत में
Read moreभारत की बगनी फसलों के अंतर्गत चाय, कहवा, नारियल, रबड़, इलायची, मिर्च, हल्दी इत्यादि मसाले आते हैं। निश्चित रूप से,
Read moreतम्बाकू (निकोटिनिआ): तम्बाकू का भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। भारत के कुल कृषि योग्य क्षेत्र में से मात्र 0.25
Read moreभारत में उत्पादित होने वाले नौ तिलहन फसलों में सोयाबीन का तीसरा प्रमुख स्थान है। मध्य प्रदेश सोयाबीन का सबसे
Read moreकर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश सूर्यमुखी के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं। इन राज्यों में खरीफ और रबी फसल के रूप
Read moreअरण्डी पूर्वी अफ्रीका की मूल फसल है और भारत में इसकी खेती तेल-बीज के रूप में की जाती है। अरण्डी
Read moreअलसी का आर्थिक एवं औद्योगिक महत्व बहुत ही अधिक है। इसका उपयोग पेंट, स्नेहक, तेल-वस्त्र, जल-विरोधी वस्तुओं आदि के निर्माण
Read moreसरसों Mustard- Brassica juncea खाद्य-तेलों के उत्पादन में इन तिलहन फसलों की मुख्य भागीदारी है। भारत में इनका चार भागों में विभाजन
Read more