रसायन विज्ञान से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य Important Facts Related to Chemistry

  • डयुटेरियम ऑक्साइड अर्थात् भारी जल (D2O) रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन होता है।
  • नाभिकीय विखण्डन के लिए यूरेनियम-238 की तुलना में यूरेनियम 235 अधिक उपयोगी होता है, क्योंकि यूरेनियम-235 का नाभिक अपेक्षाकृत अधिक अस्थायी होता है।
  • द्रव का ताप बढ़ने पर उसका पृष्ठ-तनाव घटता है।
  • केशिकात्व सिद्धांत के कारण लालटेन में बत्ती के सहारे तेल चढ़ता है।
  • पुरातत्व अवशेषों अथवा जीवाश्मों की अथवा आयु निर्धारित करने के लिए, रेडियो-सक्रिय कार्बन (C-14) का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है।
  • हीरे का अपवर्तनांक सबसे अधिक होता है और पूर्ण आतरिक परावर्तन के कारण वह अत्यधिक चमकीला दिखाई देता है।
  • जल की सतह पर धूल अथवा कोई चिकनाई (जैसे, तेल या ग्रीज) गिराने पर जल का पृष्ठ-तनाव घट जाता है।
  • यदि किसी द्रव में घुलनशील पदार्थ मिलाया जाये, तो द्रव का पृष्ठ तनाव बढ़ जाता है।
  • किसी भी तत्व के परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या, उस तत्व की परमाणु संख्या कहलाती है।
  • किसी भी तत्व के परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों और न्यूट्रानों की संयुक्त संख्या, उस तत्व की द्रव्यमान संख्या कहलाती है।
  • यदि क्लोरोफॉर्म को सूर्य के प्रकाश में वायुमण्डल में खुला छोड़ दिया जाए, तो वह विषैली गैस फॉस्जीन (COCL2) में बदल जाता है।
  • वायुमण्डलीय मुक्त नाइट्रोजन को नाइट्रेट में परिवर्तन करने की क्रिया नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहलाती है।
  • मिट्टी में क्षारकत्व को घटाने के लिए जिप्सम का प्रयोग किया जाता है।
  • टेल्कम पाउडर के निर्माण में थियोफेस्टस खनिज का उपयोग किया जाता है।
  • पानी की स्थाई कठोरता दूर करने के लिए पोटेशियम क्लोराइड सर्वाधिक उपयुक्त है।
  • धातुओं के टुकड़े को टांका लगने वाला मिश्रण, टीन और सीसा का मिश्रण होता है।
  • प्लैटिनस सबसे कठोर धातु है। अधातु हीरा, विश्व के सभी पदार्थों से अधिक कठोर है।
  • अधिक भारी अणुओं में न्यूट्रानों की संख्या की अपेक्षा प्रोटॉनों की संख्या अधिक होती है।
  • शुष्क बर्फ अर्थात ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को गरम करने पर वह सीधे गैस में परिवर्तित हो जाती है।
  • पिक्रिक ऐसिड एक कार्बनिक यौगिक है, जिसका उपयोग प्रयोगशालाओं में अभिकर्मक के रूप में किया जाता है।
  • क्रीम एक प्रकार का दूध होता है, जिसमें वसा की मात्रा बढ़ जाती है तथा पानी की मात्रा कम हो जाती है।
  • एक किलोग्राम शहद से लगभग 3500 किलो कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है।

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