समुद्री सतह हथियार नियंत्रण संधि Seabed Arms Control Treaty

समुद्री सतह हथियार नियंत्रण संधि (Seabed Arms Control Treaty) पर इंग्लैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और तत्कालीन सोवियत संघ ने फरवरी 1971 में हस्ताक्षर किए तथा यह 1972 में प्रभाव में आई। संधि के अनुसार हस्ताक्षरकर्ता देश समुद्र तट की 12 मील बाह्य सीमा से बाहर परमाणु हथियार या किसी अन्य प्रकार का डब्ल्यूएमडी स्थापित करने के लिये समुद्र तट, महासागरीय तल और महासागरीय अवमृदा (subsoil) का उपयोग नहीं करेगा। संधि के अंतर्गत परमाणु हथियारों से संबंधित किसी भी सुविधा, जैसे- प्रक्षेपण स्थल, संचयन तथा परीक्षण के लिये समुद्र तट के उपयोग की अनुमति नहीं दी गई है। संधि के प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक कठोर निरीक्षण व्यवस्था विकसित की गई है, जिसके अंतर्गत कोई भी सदस्य देश अवलोकन के माध्यम से दूसरे सदस्यों की गतिविधियों का परीक्षण कर सकता है।

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